Monday, December 23, 2024
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चैटबोट (Swiftchat ) के माध्यम से शिक्षक व बच्चों को सीखने-सिखाने में होगी सहूलियत

झारखण्ड शिक्षा परियोजना, सरायकेला-खरसावॉं ने की समीक्षा-सह-कार्यशाला

संवाददाता, सरायकेल।

एनआर+2 सीएम School of Excellence विद्यालय सरायकेला में शुक्रवार को कार्यशाल आयोजित की गयी। इसमें सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखण्ड साधनसेवी और संकुल साधनसेवी अपने हिस्सा लिया। प्रकाश कुमार, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, झारखण्ड शिक्षा परियोजना, सरायकेला-खरसावां, सुभाष हेम्ब्रम, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी एवं राज्य प्रबंधक  रवि प्रकाश गुप्ता  के द्वारा उद्घाटन किया गया । इस कार्यशाला में सभी प्रतिभागी को स्विफ्ट चैट ऐप आधारित डीजी साथ वीकली प्रैक्टिस, शिक्षक सहायक और जिज्ञासा चैट बोट सभी विद्यालय में लागू करने पर चर्चा की गई । शैक्षणिक परामर्शी संस्था कॉन्वीजिनयस के प्रतिनिधि श्री रवि प्रकाश गुप्ता द्वारा बताया गया कि शिक्षक और बच्चों को सीखने-सिखाने की प्रक्रिया आसान करने के लिए ”शिक्षक सहायक“ शिक्षकों के लिए और ”डीजी साथ वीकली प्रेक्टिस“ बच्चों के लिए लॉंच किया गया है । उनके द्वारा बताया गया कि डिजिटल युग में इस चैट बोट के माध्यम से शिक्षक अपने क्लासरूम जाने से पूर्व ”शिक्षक सहायक“ चैट बोट के उपयोग से लेसन प्लान, वर्कशीट और वीडियो के माध्यम से अपने क्लास रूम में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को आसान कर पायेंगे । साथ ही बच्चे प्रत्येक सप्ताह शनिवार से अगले शुक्रवार तक साप्ताहिक अभ्यास के माध्यम से अपने सीखने का (लर्निंग) स्तर समझ पायेंगे ।

कार्यशाला में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को दी गई जानकारी 

कार्यशाला के दौरान पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को स्विफ्ट चैट ऐप आधारित डीजी साथ वीकली प्रैक्टिस, शिक्षक सहायक और जिज्ञासा चैट बोट के बारे में बताया गया । सर्वप्रथम उन्होंने डेटा, पहचाने गए चुनौतियों और प्रतिभागीकरण को गति देने के कदमों को साझा किया तथा निम्नलिखित दिशा-निर्देश दिए गए :-
1. DigiSath : प्रत्येक शिक्षक सभी छात्रों को प्रेरित करें एवं कम से कम 5 छात्रों का हैंडहोल्डिंग सहायता करें.
2. DigiSath : प्रत्येक विद्यालय से कम से कम 50 छात्रों को प्रत्येक सप्ताह डिजीसाथ साप्ताहिक अभ्यास में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित एवं सहयोग करें.
3. Jigyasha : प्रत्येक शिक्षक कम से कम 1 माता-पिता से संपर्क साधें और उन्हें श्रपहलेंं में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करें।
4. मासिक क्लस्टर स्तर के प्रशिक्षण सत्रों को सुनिश्चित करें, जिसमें चैटबॉट्स के प्रैक्टिकल उपयोग पर बल दिया जाए।
5. मासिक गुरुगोष्ठी के चर्चाओं को सुनिश्चित करें, जो चैटबॉट्स के प्रभावी उपयोग पर केंद्रित हो।
6. ब्लॉक और जिले की मासिक समीक्षा में चैटबॉट का उपयोग के लिए एक एजेंडा शामिल करें।
7. साल 2022-23 के लिए शैक्षिक छात्रों के साथ जुड़े रहने के लिए WhatsApp ग्रुप को नियमित रूप से अपडेट करें। आनेवाले समय में शिक्षकों के साथ भी साप्ताहिक ऑनलाइन मीटिंग का आयोजन किया जाएगा।
बैठक को समापन करते हुए कॉन्वीजिनयस के प्रतिनिधि रवि प्रकाश गुप्ता ने बताया कि आज के समय में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली चीज है चैट और चैटबोट का उपयोग करने के लिए अपने एंड्राइड मोबाइल के प्लेस्टोर से एक बार SwiftChat App को डाउनलोड करना है, मोबाइल नंबर से वेरिफिकेशन के बाद दिए गये चैट बोट क्यूआर कोड या फिर लिंक के माध्यम से डीजी साथ वीकली प्रैक्टिस, शिक्षक सहायक और जिज्ञासा चैट बोट का उपयोग कर सकते है।
डीजी साथ वीकली प्रैक्टिस प्रत्येक शनिवार को लाइव कर दिया जाता है जो कि अगले शुक्रवार तक लाइव रहता है. बच्चे विद्यालय का यू डाइस कोड डालकर अपने स्कूल को वेरीफाई करते हुए अपना नाम डालते हुए प्रत्येक सप्ताह तीन विषय का प्रैक्टिस सबमिट कर सकते हैं. साथ ही  वह ये भी पता कर सकते हैं कि उनके कितने मार्क्स आ रहे हैं, जिस विषय में उनके परफॉर्मेंस अच्छे नहीं रहेंगे, उनके लिए उसी समय इस चैटबोट पर वीडियो भी प्राप्त होती है ताकि बच्चे वीडियो देखकर अपने स्तर को आगे बढ़ा सके.
इस प्रकार प्रश्नोत्तर के उपरांत कार्यक्रम को धन्यावाद ज्ञापन अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने किया। स

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Lb Shastri
मुख्य संपादक सह प्रोपराइटर पूर्व पत्रकार, प्रभात खबर और दैनिक भास्कर, जमशेदपुर

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