गम्हरिया।
वरिष्ठ पत्रकार गणेश सरकार ने अपने बचपन के दोस्त और जदयू प्रदेश सचिव सत्यप्रकाश उर्फ टियाई को कानूनी नोटिस भेजते हुए 15 दिनों के भीतर पैसा वापस लौटने का अल्टीमेटम दिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गणेश सरकार ने सत्यप्रकाश पर आरोप लगाते हुए बताया कि वह जमीन में पैसा लगाने का झांसा देकर दस लाख की धोखाधड़ी की है। उन्होंने बताया कि सत्य प्रकाश से बार-बार पैसा मांगने पर भी पूरा पैसा वापस नहीं किया तो आखिर में मजबूर होकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
जानें क्या है पूरा मामला
पत्रकार गणेश सरकार ने बताया कि पिछले ढाई साल से अपने बचपन के दोस्त सत्यप्रकाश की गद्दारी से घुट- घुट कर जी रहा हूं. उसके पिता स्व. रामपारस सिन्हा की समाज में प्रतिष्ठा है यह सोचकर अनुनय- विनय कर अपने पैसे लौटाने की गुहार लगाता रहा, मगर अब वह गुंडागर्दी पर उतर गया है इसलिए अब न्यायालय की शरण में जाने का मन बनाया है. उन्होंने बताया कि साल 2021 में सत्यप्रकाश ने दो साल में पैसे डबल करने का झांसा देकर 10 लाख रुपए दोस्ताना कर्ज के रूप में लिया था. दो साल पूरे होने पर जब पैसों की मांग की तो टालमटोल करते हुए मात्र 2.5 लाख वापस किया बाकी के पैसे देने से मुकर गया. उसका दिया हुआ 17 लाख का तीन चेक बाउंस हो गया है. उन्होंने बताया कि सत्यप्रकाश जमीन के कारोबार से भी जुड़ा है. स्नेहा कंस्ट्रक्शन का मालिक है और जमीन में पैसा लगाने के उद्देश्य से ही उसने मुझसे पैसे उधार लिए थे. इसके लिए बजावते उसने एग्रीमेंट भी किया था. मगर उसमें भी फर्जीवाड़ा किया है. शुरू से ही उसकी नीयत में खोट थी. दोस्त और प्रतिष्ठित परिवार का होने के नाते में खामोश रहा मगर अब पानी सर से ऊपर जा चुका है इसलिये कोर्ट की शरण में जाने का निर्णय लिया हूं. एग्रीमेंट के मुताबिक दो साल बाद पैसा नहीं लौटाने के कारण गणेश सरकार अपनी बेटी की शादी नहीं कर सका। साथ ही पिछले महीना गणेश सरकार की मां का निधन हो गया। विनती करने के बावजूद सत्यप्रकाश ने पैसा नहीं लौटाया। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले सत्यप्रकाश उनसे मिला था और एक महीने की मौखिक रूप से मोहलत मांगी है. यदि मुझे पैसे लौटा देता है तो मैं मुकदमा वापस ले लूंगा. फिलहाल पैसा वापस करने के लिए उसे कानूनी नोटिस भेजा हूं।