सरायकेला : झारखंड शेरनी विधायिका कल्पना सोरेन को शुक्रवार को मंइयां सम्मान यात्रा के दौरान बोड़ाम से लेकर सरायकेला तक जगह-जगह पर परंपरागत तरीके से भव्य स्वागत किया गया। उनके स्वागत में सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ी थी। उनके स्वागत के लिए घंटे से कतारबद्ध होकर महिलाएं उत्साहित होकर सड़क के किनारे इंतजार कर रही थी।
इसमें मुख्य रूप से बोड़ाम, नीमडीह, चांडिल, कांड्रा और सरायकेला सहित अन्य स्थान शामिल है। इस दौरान कांड्रा में सड़कों पर उमड़ी जन सैलाब को देखते हुए कल्पना सोरेन ने गाड़ी से बाहर निकालने के बजाय गाड़ी की बोनेट पर बैठकर लोगों का स्वागत को स्वीकार की।
साथ ही उन्होंने लोगों को संबोधित की। झारखंड शेरनी कल्पना सोरेन की दहाड़ से सरायकेला थर्रा गया है।
उन्होंने झारखंड की लोकप्रिय योजना मइंया सम्मान योजना के अलावा अन्य योजनाएं की जानकारी देते हुए कहा कि यह सभी योजना दिशोम गुरु शिबू सोरेन और युवा मुख्यमंत्री आपके भाई हेमंत सोरन की सोच है। जो आज समाज के अंतिम व्यक्ति तक धरातल पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सभी माताएं और बहनें के खाते में साल में 12 हजार जमा हो जाएगा, जिससे अपने निजी कार्यों के अलावा घर परिवार का ख्याल रख सकते हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा केंद्रीय कमेटी के सदस्य कृष्ण बास्के के नेतृत्व में सैकड़ों महिला पुरुष कार्यकर्ता के द्वारा कांड्रा मोड पर ढोल नगाड़े के साथ परंपरागत तरीके से भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष डॉ शुभेंदु महतो, सुधीर महतो, रुद्र प्रताप महतो, वीरेंद्र प्रधन, गणेश चौधरी,अमृत महतो, विधन बास्के, रामदास टुडू , गौतम महतो,राजेश भगत, मनोहर कर्मकार,डब्बा सोरेन, छोटू राम, गोरा बर्मन, जगदीश महतो, बबलू प्रधान ,राजेश गोप,उत्तम मंडल, सोना मुन्नी सहित सैकड़ो की संख्या में झामुमो के महिला व पुरुष कार्यकर्ता उपस्थित थे।