घाटशिलाः घाटशिला के कीताडीह स्थित सोना देवी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को शंखनाद-2024 के रूप में पहला स्थापना दिवस समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में स्कूली शिक्षा, साक्षरता और निबंधन मंत्री रामदास सोरेन ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना से की. उन्होंने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर लगे प्रश्नचिह्न को मिटाना है. सरकार शिक्षा के संरचनात्मक विकास के लिए सतत प्रयासरत है. उन्होंने बताया कि राज्य में 2 नए इंजीनियरिंग कॉलेज और 30 डिग्री कॉलेज खोलने की मंजूरी दी गई है. साथ ही, सोना देवी विश्वविद्यालय को तकनीकी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. मंत्री ने विद्यार्थियों से स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया.
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेपी मिश्रा ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में अनुशासन और परिश्रम के साथ आगे बढ़ें. श्री सोरेन व कुलपति डॉ जेपी मिश्रा ने संयुक्त रूप से कहा कि सोना देवी विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उनके सर्वांगीण विकास के लिए अवसर सृजित करना है.
छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया
स्थापना दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. जनजातीय नृत्य, बांग्ला नृत्य, एकल और सामूहिक गायन, लघु नाटिका और अन्य प्रस्तुतियों ने सभी का मनमोह लिया. डॉ डोला रॉय के गीत सोखी भावोना काहारे और छात्राओं द्वारा प्रस्तुत“नुक्कड़ नाटक” ने विशेष सराहना पाई विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया. मौके पर कुलसचिव प्रो (डॉ) गुलाब सिंह आज़ाद ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में 10 स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें 39 पाठ्यक्रमों की पढ़ाई हो रही है. उन्होंने बताया कि 2024-25 सत्र से मेधावी छात्रों के लिए 1 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा महिला दिवस के अवसर पर महिला छात्रों के वार्षिक शुल्क में 50 फीसदी की छूट दी गई है. डॉ आज़ाद ने विश्वविद्यालय की आगामी योजनाओं की भी जानकारी दी, जिसमें बीएड,एलएलबी, नर्सिंग और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना शामिल है.विश्वविद्यालय क्षेत्रीय युवाओं के लिए रोजगार सृजन, खेलकूद और सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाएगा.समारोह का समापन कुलाधिपति प्रभाकर सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ. उन्होंने राज्य सरकार और मंत्री रामदास सोरेन के सहयोग की सराहना करते हुए आशा जताई कि यह विश्वविद्यालय राज्य और देश में अपनी अलग पहचान बनाएगा. मौके पर अवध डेंटल कॉलेज के निदेशक केएनपी सिंह, राजेश गुप्ता समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में अनुसुआ रॉय, कोमल कुमारी, डॉ नित नैना, डॉ नीलमणि कुमार, डॉ कंचन सिन्हा, डॉ डोला रॉय, अर्चना सिंह, धीरज कुमार शर्मा, राहुल कुमार शॉ, किशोर महाकुड़, कृष्णेंदु दत्ता, माधवी बेहरा, श्रद्धा सुमन पांडा, सिंगराय सामड, किशन साह, पारिजात मांझी, सरस्वती भौमिक, सोनल कुमारी, मोनिका सिंह, पूजा तिवारी, मीनाक्षी कुदादा और सोमा पात्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही.