झारखंड
एससी/ एसटी समाज के युवकों के द्वारा बुधवार को आदित्यपुर स्थित इमली चौक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस दौरान युवको ने टाटा -कांडा मुख्य सड़क को घंटो जाम कर दिया। जिससे वाहनों की परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया।
जेबीकेएसएस के कार्यकर्ताओं ने टाटा – कांड्रा मुख्य सड़क को किया जाम:
एससी एसटी आरक्षण के भीतर उप वर्गीकरण की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 21 अगस्त को देशव्यापी भारत बंद का आवाहन किया गया था जिसको लेकर बुधवार को सरायकेला के आदित्यपुर में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सदस्यों ने (जेबीकेएसएस) केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर टोल ब्रिज के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान उक्त मार्ग पर वाहनों का परिचालन ठप कर दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने का फैसला दिया था। कई दलित और आदिवासी संगठनों ने इस फैसले को कमजोर और असंवैधानिक बताया है।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से संबंधित संगठनों के इस बंद को जेबीकेएसएस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी समर्थन कर रही है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सब कुछ बंद है. जेबीकेएसएस नेताओं ने कहा कि आरक्षण में वर्गीकरण करके अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों में फूट डालने की कोशिश की जा रही है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आदित्यपुर मुख्य मार्ग जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जहां कंपनी जा रही बस भी जाम में फंसीं रही.
वहीं दूसरी ओर मनजीत होटल सड़क को जाम कर दिया गया है. टायर जलाकर पेड़ रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है. मौके पर चांडिल थाना प्रभारी और कपाली के पुलिस पहुंचे हुए हैं. सिर्फ एंबुलेंस को जाने दिया जा रहा है.
पटना पुलिस ने किया लाठीचार्ज
पटना में प्रदर्शकारियों डाकबंगला चौराहा से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। पटना पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानें। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर इन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। प्रदर्शन उम्र होते देखे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस अब वाटर कैनन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इधर, आरा, दरभंगा और मधुबनी में ट्रेन रोक दी गई है। दरभंगा में प्रदर्शनकरियों ने संपर्कक्रांति ट्रेन को रोक दिया और हंगामा कर रहे हैं।
नवादा में बंद से परीक्षार्थी परेशान
भारत बंद को लेकर नवादा बाजार को बंद कराया गया। शहर मुख्यालय के प्रजातंत्र चौक पर बंद समर्थकों द्वारा टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। सिपाही भर्ती की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को सेंटर पर पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अनुसूचित जाति, जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता पूरे शहर में घूम घूमकर दुकानों बंद करा रहे हैं। अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय पासवान उर्फ डी सी ने बताया कि 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एस सी एस टी वर्गों के आरक्षण में क्रिमिलेयर लागू किया गया जिसको लेकर भारत बंद किया गया है।आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया
भारत बंद का मोतिहारी में असर दिखने लगा है। छतौनी थाना क्षेत्र के दुर्गा चौक पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया। इनलोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया और सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। इतना ही नहीं टायर जलाकर आगजनी भी की। वहीं रक्सौल और बापूधाम स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
भोजपुर में भी बंद का असर
आरा में भी भारत बंद का मिला जुला असर दिख रहा है। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों की रफ्तार रोक दी है। इतना ही नहीं आगजनी कर चक्का जाम कर दिए हैं। विभिन्न दलों के नेताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर चक्का जाम कर दिया है। मैसूर रानी कमलापति सहरसा ट्रेन को रोककर प्रदर्शन किया जा रहा है। इस मौके पर आरपीएफ और जीआरपी पुलिस मौजूद है। मौके पर डीएम और एसपी पहुंच प्रर्दशनकारियों को समझा कर ट्रैक खाली करवाये। उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने समाहरणालय के समीप पहुंच कर अम्बेडकर चौक को जाम कर दिया। जाम कर रहे प्रदर्शनकारी में भाकपा-माले, बासपा,आरजेडी और लोजपा रामविलास की पार्टी मौजूद रही।
मुजफ्फरपुर भी बंद का असर
मुजफ्फरपुर में भारत बंद को सफल बनाने के लिए भीम आर्मी के सदस्यों ने 57 को जाम कर दिया है। जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र इलाके के शाहबाजपुर के पास जाम से लोक परेशान हैं। वहीं मुजफ्फरपुर छपरा न 102 को भी जाम करवा दिया गया है। इस कारण सड़क के दोनों ओर से ट्रक और अन्य वाहनों की लंबी कतार लग गई है। इतना ही नहीं दुकानों को भी बंद करवा दिया गया है।
नालंदा में बिंद चौराहा के पास जाम कर विरोध-प्रदर्शन
नालंदा में अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण समिति द्वारा बिहटा-सरमेरा मुख्य मार्ग को बिंद चौराहा के पास जाम कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने आरक्षण समाप्त करने की कथित साजिश का विरोध किया और बाबा साहब के सपनों को चकनाचूर करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आरक्षण समाप्त करने को लेकर साजिश रची जा रही है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे।