चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
चांडिल : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 77 वें शहादत दिवस पर चांडिल नौका विहार में चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर गांधीजी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए समिति के सचिव श्यामल मार्डी ने कहा कि गांधीजी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार करने के समर्थक अग्रणी नेता थे। उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी। जिसने भारत सहित पूरे विश्व में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें संसार में साधारण जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। 30 जनवरी 1948को गांधी की उस समय नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वे नई दिल्ली के बिड़ला भवन के मैदान में रात चहलकदमी कर रहे थे। गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे हिन्दू राष्ट्रवादी थे जिनके कट्टरपंथी हिंदु महासभा के साथ संबंध थे जिसने गांधी जी को पाकिस्तान को भुगतान करने के मुद्दे को लेकर भारत को कमजोर बनाने के लिए जिम्मेदार ठहराया था। गोडसे और उसके उनके सह षड्यंत्रकारी नारायण आप्टे को बाद में केस चलाकर सजा दी गई तथा 15 नवंबर 1949 को इन्हें फांसी दे दी गई। इस अवसर पर समिति के सचिव श्यामल मार्डी, बासुदेव आदित्यदेव, कालु अंसारी, किरण वीर, गौरी राजवाड़, बहादुर रजक, अंबिका महतो, गोम्हा हांसदा, ईश्वर गोप, ठाकुरदास गोप, उपबन गोप आदि उपस्थित थे।