संवाददाता चांडिल।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विस्थापितों का चुनावी वादे फेल हो गया है। हेमंत सरकार की चार साल बीतने के बावजूद भी विस्थापित से किये गए वादे पूरे नहीं हुए है। ना विस्थापित आयोग बना और ना ही लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था हुई। यह बातें भाजपा नेत्री सारथी महतो ने चांडिल के जयदा में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कही कि वर्तमान झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले चुनाव के दौरान ईचागढ़ विधानसभा के विभिन्न चुनावी सभा को संबोधित करते हुए चांडिल डेम के विस्थापितों से यह वादा किए थे कि सरकार बनते ही विस्थापित आयोग का गठन कर विस्थापितों के हर समस्याओं का समाधान किया जाएगा। विस्थापन आयोग का गठन की जाएगी। पुनर्वास संबंधी सभी समस्या को दूर किया जाएगा एवं चांडिल डैम से लिफ्ट इरीगेशन तथा डीप बोरिंग कर सालों भर किसानों के खेत में सिंचाई की व्यवस्था करने की वादा भी किए थे परंतु आज 4 साल बीत जाने के बावजूद भी, ना ही मुख्यमंत्री ने विस्थापितों का आयोग बनाया और ना ही सिंचाई के लिए कुछ भी व्यवस्था किया। यह दुर्भाग्य की बात है कि जल संसाधन विभाग भी मुख्यमंत्री के पास ही है, बावजूद उन्होंने चांडिल डैम के विस्थापितों के हित के लिए काम नहीं किया। हमारे ईचागढ़ विधानसभा के विधायक सविता महतो द्वारा भी मुख्यमंत्री को कई बार ज्ञापन सौंप कर विस्थापित के समस्या का समाधान करने पुनर्वास एवं चांडिल डैम के जलस्तर 180 मी रखने की मांग किए हैं परंतु विधायक की मांग को भी अवहेलना करते हुए मुख्यमंत्री के आदेश से वर्तमान समय में भी चांडिल डैम का जलस्तर 180 मीटर से नीचे नहीं, बल्कि ऊपर ही है। और आज भी विस्थापितों के घर में पानी घुस आया है। श्रीमती महतो ने कही कि विस्थापितों के हित को देखते हुए एवं उनके घरों में पानी ना घुसे इसको लेकर चांडिल डैम का जलस्तर अभिलंब 180 मीटर से नीचे रखा जाए अन्यथा विस्थापित एक बड़ी जन आंदोलन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कही कि मेरे पति स्वर्गीय साधु चरण महतो पूर्व में ईचागढ़ में 5 साल तक विधायक रहे थे परंतु उन्होंने चांडिल डैम के विस्थापितों को एक आंच तक नहीं आने दिए थे। जो भी विस्थापितों का निर्णय होता था उसको लेकर तत्कालीन माननीय मुख्यमंत्री से भी टेबल ठोंक कर बात करते थे। और उनके कार्यकाल में चांडिल डैम का जलस्तर विस्थापितों के मांग के अनुसार ही किया जाता था। परंतु वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार ने विस्थापितों को उल्टा डूबाने का काम कर रहा है। इस मौके पर परितोष सतपति, खगेन महतो, मोतीलाल कुम्भकार, दुलाल महतो, राजेन महतो आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।