योजना के व्यापक प्रचार प्रसार कर अधिक से अधिक योग्य लाभुकों का आवेदन प्राप्त करने के दिए गए निर्देश
योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर आपसी तालमेल स्थापित करते हुए लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें: उपायुक्त
संवाददाता, सरायकेला।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा को लेकर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने जिला एवं प्रखंड समन्वयकों के साथ शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में समीक्षा बैठक आयोजित की। इसमें उपयुक्त ने जिला एवं प्रखंड समन्वयकों को योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने और अधिक से अधिक योग्य लाभुकों का आवेदन प्राप्त कर योजना के तहत लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान उपायुक्त नें छः ग्राम पंचायत को अनबोर्ड कराने, प्रथम एवं द्वितीय चरण के वेरिफिकेशन कार्य में तेजी लाने तथा योजना के सफल क्रियान्वयन हेतू आपसी तालमेल स्थापित कर लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उपायुक्त ने पीएम विश्वकर्मा की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना से अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले जिले के हजारों कारीगरों और शिल्पकारों को सीधे लाभ होगा। साथ ही पारंपरिक और विरासत शिल्प के संरक्षण में योगदान देने वाले कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में बदलाव आएगा। यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा (पारंपरिक कारीगर) के रूप में मान्यता देने में सक्षम बनाएगी, जिससे वे योजना के तहत लाभ उठाने के पात्र बन जाएंगे।
यह उल्लेख करना उचित है कि पीएम विश्वकर्मा योजना 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, कारीगरों को प्रशिक्षण, प्रशिक्षण के दौरान प्रति दिन 500 रुपये,1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक संपार्श्विक-मुक्त क्रेडिट सहायता सहित कई लाभ प्रदान करती है। किश्त) 5% की रियायती ब्याज दर पर, डिजिटल लेनदेन और विपणन सहायता के लिए प्रोत्साहन।