Sunday, December 22, 2024
No menu items!
Homeखास खबरबिहार और झारखंड के पहला दलित युवक बना जेएनयू के अध्यक्ष

बिहार और झारखंड के पहला दलित युवक बना जेएनयू के अध्यक्ष

सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल रांची का है छात्र धनंजय कुमार

रांची से ही पुलिस इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्ति हुए पिता श्याम बिहारी पासवान

मूल रूप से गया जिला के है रहने वाले धनंजय कुमार

जमशेदपुर।

झारखंड बिहार का पहला दलित(पासवान ) युवक धनंजय कुमार  जवाहरलाल यूनिवर्सिटी दिल्ली का अध्यक्ष बना है। धनंजय कुमार के इस उपलब्धि से परिवार और समाज में तो खुशी का लहर है ही पूरे  बिहार और झारखंड का नाम रोशन भी हुआ है। धनंजय कुमार मूल रूप से बिहार के गया जिला, थाना कोच अंतर्गत सिमरा पंचायत के गुरारू गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में सिमरा पंचायत की मुखिया उनकी भाभी सावित्री देवी है। धनंजय कुमार का प्रारंभिक शिक्षा रांची के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल से हुई है। राजनीति शास्त्र में स्नातक की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरी की। धनंजय कुमार आर्ट एंड थियेटर में पीएचडी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से कर रहे हैं। धनंजय कुमार के पिता श्याम बिहारी पासवान झारखंड पुलिस में नौकरी करते थे और उनके आवास रांची में था इसलिए  उनका बचपन रांची में बीता और प्रारंभिक शिक्षा भी यहीं प्राप्त किया। उनके पिताजी श्याम बिहारी पासवान 2012 में पुलिस इंस्पेक्टर के पद से रांची में सेवानिवृत हुए थे। उनके बड़े भाई उमाशंकर पासवान सामाजिक कार्यकर्ता है जबकि मंजिले भाई रवि शंकर कुमार दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, गया में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। तीनों भाई में सबसे छोटे धनंजय कुमार है। मंजिले भाई रवि शंकर कुमार ने बताया कि धनंजय बचपन से ही मेहनती है। वह समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि धनंजय के इस उपलब्धि से परिवार में खुशी तो है ही साथ ही पूरे क्षेत्र में होली का खुशी दोगुना हो गया है लोग जश्न मना रहे हैं और उसके स्वागत की तैयारी में लगे हुए हैं।

परिवार और समाज का नहीं बल्कि बिहार और झारखंड का नाम रोशन किया है धनंजय : रामचंद्र राम

कोल्हान के पूर्व डीआईजी, सेवानिवृत्ति आईजी और अखिल झारखंड दुसाध महासभा, रांची के केंद्रीय अध्यक्ष रामचंद्र राम ने कहा धनंजय कुमार केवल परिवार और समाज का नहीं बल्कि बिहार और झारखंड का नाम रोशन किया है इसकी जितनी प्रशंसा की जाए वह काम है । एक दलित परिवार का युवक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अध्यक्ष बनकर जो इतिहास रचने का  काम किया है उससे केवल समाज और परिवार नहीं बल्कि पूरे राज्य के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। इधर, अखिल झारखंड दुसाध महासभा, सरायकेला- खरसावां के अध्यक्ष एवं सेवानिवृत पुलिस उपाधीक्षक सरयू पासवान ने धनंजय कुमार को बधाई दी और उज्जवल भविष्य की कामना की।

spot_img
spot_img
spot_img
RELATED ARTICLES

ABOUT EDITOR IN CHIEF

Lb Shastri
मुख्य संपादक सह प्रोपराइटर पूर्व पत्रकार, प्रभात खबर और दैनिक भास्कर, जमशेदपुर

Most Popular

Recent Comments