साइड पर कभी नहीं आते हैं अभियंता, घटिया किस्म का ईंट का उपयोग, बारिश होने से गल रहा है लाल ईट : स्थानीय लोग
संवाददाता गम्हरिया।
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, सरायकेला खरसावां की ओर से सरायकेला- खरसावां जिला अंतर्गत गम्हरिया प्रखंड कार्यालय परिसर में लगभग 6 करोड़ की लागत से बीडीओ, सीओ और पर्यवेक्षक के अलावा तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का आवास का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें घटिया किस्म के लाल ईट का उपयोग किया जा रहा है। ईद का स्थिति इतना खराब है कि हल्की सी बारिश होने से गल रहा है। लेकिन सुधी लेने वाला कोई नहीं है। संवेदक के द्वारा मनमानी तरीके से निम्न क्वालिटी की ईट का उपयोग किया जा रहा है। इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें गुणवत्ता का कोई ख्याल रखा नहीं जा रहा है। संबंधित विभाग के अभियंता कभी भी साइड पर नहीं दिखते हैं। इसका कारण है कि निर्माण एजेंसी मनमानी तरीके से भवन निर्माण कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर, निर्माणाधीन कार्य को देख-रेख कर रहे मुंशी बबलू कुमार का कहना है कि सप्लायर अपने मन से इस खराब ईट को आपूर्ति कर देते है इसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। इसलिए इस तरह के ईट को बीमा के नीचे लग रहे हैं। अब जो बचा हुआ है उसे सप्लायर को वापस कर देंगे।
खबर का असर, ईट के साथ गिट्टी और और बालू का लैब में जांच कराने का निदेश
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल सरायकेला के कार्यपालक अभियंता कृष्ण मुरारी ने बताया कि गम्हरिया प्रखंड कार्यालय में निर्माणाधीन बीडीओ और सीओ आवास में लगाया जा रहा है ईट का गुणवत्ता खराब होने की शिकायत मिली है । उन्होंने कहा उक्त शिकायत को संज्ञान में लेते हुए वहां पर पदास्थापित सहायक अभियंता और कनीय अभियंता को निर्देश दिया गया है कि उक्त ईट, गिट्टी और बालू की जांच लैब में भेज कर कराए। साथ ही लैब के जांच के बाद गुणवत्ता में कमी पाई गई तो संबंधित संवेदक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।