Sunday, December 22, 2024
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हेमंत सोरेन ने 14 में मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार मुख्यमंत्री का शपथ लिया

रांची: झारखंड के राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गुरुवार को हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण किया. राज्‍यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्‍हें राज्‍य के मुख्यमंत्री के तौर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसी के साथ हेमंत सोरेन ने चौथी बार सरकार का कार्यकाल शुरू हो गया. चौथी बार शपथ लेने से पहले उन्होंने अपने पिता शिबू सोरेन व माता रुपी सोरेन से आशीर्वाद लिया।

इसके बाद वे सीधे प्रोजेक्ट भवन पहुंचे, जहां अधिकारियों से मुलाकात की और अग्निवीर अर्जुन महतो के परिजनों से मुलाकात की और 10 लाख चेक सौंपा. साथ ही मृतक के आश्रितों को अनुकंपा पर सरकारी नौकरी देने की घोषणा की. इस बार हेमंत सोरेन झारखंड के आदिवासी नेता के रूप में उभरे हालंकि झारखंड में और भी आदिवासी नेता है लेकिन हेमंत का ओहदा उनसे काफी उपर आ गया है. उल्लेखनीय है कि झारखंड गठन के बाद पहले चुनाव का परिणाम आने के बाद हेमंत सोरेन ने राजनीति में अपने कदम पीछे कर लिए थे. इस चुनाव में हेमंत सोरेन दुमका सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े थे और स्टीफन मरांडी से चुनाव हार गए थे. बड़े भाई की मौत के बाद राजनीति में इंट्री 22 मई 2009 में सोरेन परिवार में एक बुरी खबर आयी, जिससे पुरा परिवार सकेते में आ गया. 22 मई को हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की मौत हो गयी. उस समय ने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष थे. दुर्गा अपने पिता के साथ मिलकर झामुमों की कमान संभाल रखी भी बढ़ती उम्र और खराब सेहत के कारण शिबू सोरेन केंद्र की राजनीति तक सीमित रखा. इस घटना के बाद हेमंत सोरेन इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी और राजनीति को ही अपना कैरियर बनाते हुए फुल टाइम राजनीति करने लगे. इसके बाद फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 बने थे मुख्यमंत्री

हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 को मुख्यमंत्री बने थे. डेढ़ साल सरकार चलाने के बाद 23 दिसंबर 2014 को विधानसभा चुनाव हारने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद इसके बाद उन्हें 5 साल राजनीति से दूरी बना ली थी. उन्होंने 29 दिसंबर 2019 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जिसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद 31 जनवरी 2024 को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद 28 जून 2024 को जेल कसे निकलने के बाद उन्होंने 4 जुलाई को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. 28 नवंबर 2024 को हेमंत सोरेन ने चौथे मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद हेमंत सोरेन 14वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के बने हैं.

हेमंत सोरेन ने इंटर तक की पढ़ाई में पटना में किया 

हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को नेमृरा गांव में हुआ था. हेमंत सोरेन ने इंटर तक पटना से पढ़ाई की इसके बाद बीआईटी मेसरा में दाखिला लिया.जिसके बाद उनका मन स्केचिंग में लगने लगा. इस बीच उन्होंने स्केंचिंग डिग्री हासिल करने के लिए विदेश के विवि से संपर्क किया. इसके लिए उन्होंने अपने परिजनों से अनुमति मांगी, लेकिन माता पिता ने कहा कि देश में रहकर पढ़ना है इसके बाद हेमंत सोरेन में बिरसा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा में दाखिला लिया. यह दाखिला सरकारी कोटे से लिया था. शिबू सोरेन के खिलाफ आंदोलन चलाने की वजह से उनके नाम से कई केस दर्ज हुए थे. जिसके बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया. बाद में धीरे धीरे से शिबू सोरेन झारखंड के नेता के रुप में प्रसिद्ध हो गए. आज भी आदिवासी नेता के रूप में शिबू शरण ही जाने जाते हैं.

समारोह में राहुल, खरगे, ममता समेत कई गणमान्‍य नेता हुए शामिल 
शपथ ग्रहण समरोह में इंडिया गठबंधन के कई शीर्ष नेताओं के अलावा गैर भाजपा शासित राज्‍यों के कई मुख्यमंत्री ने हिस्सा लिया.इसमें मुख्‍य रूप से हेमंत सोरेन के पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सह कांग्रेस सांसद रा‍हुल गांधी, कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी (शरद पवार) गुट के मुखिया शरद पवार, पश्चिम बंगाल की सीएम सह टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, कर्नाटक के सीएम एमके स्‍टालिन, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, पंजाब के सीएम भगवंत मान, बिहार के पूर्व डिप्‍टी सीएम सह आरजेडी के कार्यकारी अध्‍यक्ष तेजस्‍वी प्रसाद यादव, समाजवादी पार्टी के मुखिया सह यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, तेलंगाना के डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी विक्रमार्क, दिल्‍ली के पूर्व सीएम सह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, सीपीएम (एम)(एल) के जनरल सेक्रेटरी दीपांकर भट्टाचार्य, झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, पूर्व प्रभारी सह विधानसभा चुनाव कोर्डिनेटर बीके हरिप्रसाद, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्‍पू यादव, आप नेता सह राज्‍यसभा सांसद राघव चड्डा आदि गणमान्‍य नेता शामिल हुए।
झारखंड में पहली बार किसी सरकार को लगातार दूसरी बार मौका
झारखंड के 24 साल के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है। वहीं, हेमंत सोरेन झारखंड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्‍हें चौथी बार राज्‍य की बागडोर संभालने का मौका मिला है। इससे पहले अर्जुन मुंडा और दिशोम गुरु शिबू सोरेन तीन-तीन बार राज्‍य के सीएम पद को सुसोभित कर चुके हैं।

हेमंत और कल्पना ने चुनाव में 100 सभा किया

झारखंड में विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन ने जीत हासिल की है. इंडिया गठबंधन की जीत में हेमंत सोरेन व कल्पना सोरेन की अहम भूमिका रही इन दोनों ने चुनाव में करीब 100 जनसभा किया .ऐसा नहीं कि हेमंत सोरेन व कल्पना सोरेन ने झामुमो के लिए ही चुनावी प्रचार किया, बल्कि दोनों ने इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के पक्ष में भी चुनाव प्रचार किया, जिसका लाभ भी मिला इस बार के चुनाव में इंडिया गठबंधन ने प्रचंड बहुमत हासिल की, करीब दो तिहाई से अधिक सीटें आयी.जिसका लाभ सरकार को राज्यसभा चुनाव में मिलेगा.

 

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Lb Shastri
मुख्य संपादक सह प्रोपराइटर पूर्व पत्रकार, प्रभात खबर और दैनिक भास्कर, जमशेदपुर

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