शनिदेव भक्त मंडली के अध्यक्ष पर फंड का दुरुपयोग करने का लगा आरोप
आदित्यपुर।
सरायकेला जिले के सामाजिक संस्था शनिदेव भक्त मंडली के संस्थापक सदस्य सह पूर्व अध्यक्ष रंजन प्रदीप ने मंगलवार को आदित्यपुर स्थित एक होटल में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि ट्रस्ट के खाता बही का आज तक ऑडिट नहीं कराया गया। पैन कार्ड भी सही नहीं है। ट्रस्ट के खाता से पैसे का बंदरबाट लगातार किया जा रहा है, जिसमें लोन के नाम पर सिर्फ कुछ सदस्यो को मदद दी जा रही है। यह मदद केरेंट खाते से किया जा रहा है। इसके अलावा भी कई तरह के गंभीर आरोप उन्होंने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पदाधिकारी का चयन मनोनयन के आधार पर या व्हाट्सएप ग्रुप के द्वारा किया जाता है जो बिल्कुल अवैध है। पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि एक से ज्यादा खाता वर्तमान में अभी मंडली द्वारा संचालित किया जा रहा है जिसकी कोई जरूरत नहीं है। मंडली गठन के बाद कभी भी ट्रस्टी की बैठक नहीं की गई है। मंडली द्वारा एकत्रित धनराशि को जिन जरूरतमंद परिवारों में दी जानी है इसका निर्धारण भी संरक्षक द्वारा ही किया जाता है।
गैर ज़रुतमंदो भी दी गई सहायता धनराशि,मामला संदिग्ध
रंजन प्रदीप ने कहा कि बहुत से ऐसे परिवारों को मदद के नाम पर धनराशि उपलब्ध करवाई गई है जिनकी उन्हें जरूरत ही नहीं थी जो संदेह उत्पन्न करता है. आरोप लगाया कि किसी भी अधिकारी ट्रस्टी या सदस्य के द्वारा जब खाता का हिसाब किताब मांगा जाता है तो उसके साथ संरक्षक द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है, मंडली से बाहर निकाले जाने की धमकी दी जाती है और बैठक में मारपीट तक की घटना को अंजाम दिया जाता है। ट्रस्ट के तथाकथित कार्यालय में समाज सेवा के नाम पर चिट फंड और एलआईसी जैसे कारोबार का संचालन भी संरक्षक द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा इन सभी मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक लिखित शिकायत की गई है ताकि इस पर उचित कार्रवाई हो सके और और संस्था के बायोलॉज के अनुसार चुनावी प्रक्रिया पूरा करने का भी मांग किया गया है ताकि सस्था के पदाधिकारी संवैधानिक रूप से चुने जा सके और सामाजिक में काम कर सके। उन्होंने कहा कि वे संस्था केें हित में काम करते रहेंगे। किसी का मनमानी नहीं चलने देंगे। उन्होंने कहा कि संस्था में जो भी फंड है वह एक एक मेंबर का सहयोग से जमा हुआ है। इसलिए इस फंड पर सभी का अधिकार है, इसलिए इस फंड का दुरुपयोग किसी हालत में नहीं होने देंगे। इस अवसर पर पूर्व सह कोषाध्यक्ष और ट्रस्टी गणेश विश्वकर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष और ट्रस्टी धीरेन्द्र प्रसाद, पूर्व कोषाध्यक्ष अंकित शुभम, राजू प्रसाद, मनोज कुमार, विश्वनाथ महतो आदि उपस्थित थे।