* आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों का शोषण व भयादोहन बंद हो : मलखान सिंह
* कोल्हान मजदूर यूनियन के बैनर तले आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र से लेकर पूरे कोल्हान में श्रमिकों के हित और अधिकार के लिए क्रांतिकारी आंदोलन करने का निर्णण
* कंपनी के दलालों के खैर नहीं, हमलोग एनसीएलटी के नीलामी के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जाएंगे : यूनियन
संवाददाता आदित्यपुर ।
कोल्हान मजदूर यूनियन के बैनर तले यूनियन के संयोजक सह ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ़ मलखान सिंह के नेतृत्व में रविवार को आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एशिया भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न कंपनियों के सैकड़ो की संख्या में मजदूर शामिल हुए। संगोष्ठी में मजदूरों ने उद्योगपति के भवन से उद्योगपतियों के खिलाफ में हुंकार भरे। मजदूरों ने कहा कि हर जुल्म अत्याचार के विरोध में आंदोलन करेंगे । इस अवसर पर यूनियन के संयोजक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह ने कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों का शोषण व भयादोहन बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा की यूनियन किसी भी उद्योग या उद्योगपति के खिलाफ नहीं है, उद्योग सुचारू रूप से चलनी चाहिए। लेकिन श्रमिकों का शोषण नहीं होनी चाहिए, प्रबंधन और श्रमिक एक दूसरे का पूरक है, इसलिए प्रबंधन उनके अधिकार और हक को पूरी तरह से देने का काम करें।
उन्होंने जीएमटी कंपनी की नीलामी के संबंध में कहा कि कोर्ट ने श्रमिक, ठेकेदार और सप्लायर इत्यादि के बिना पक्ष सुने हुए एक तरफ डिसीजन दे दिया है जो श्रमिक, ठेकेदार और सप्लायर इत्यादि के हित में नहीं है इसके खिलाफ में जरूरत पड़ी तो यूनियन सुप्रीम कोर्ट में भी जाएगी। उन्होंने क्षेत्र के प्रमुख कंपनियां बिहार आयरन, आधुनिक और उषा मार्टिन सहित अन्य कंपनियों में भी मजदूर शोषण का जिक्र किया और कहा कि इसके खिलाफ में जोरदार आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रबंधन कार्यशैली में बदलाव नहीं करती है तो इसके खिलाफ आंदोलन से लेकर कोर्ट तक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि जियाडा को पुनः आयडा वाला अधिकार मिले। यहां ट्रांसपोर्ट नगर बने।यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर को इंडस्ट्रियल टाउन घोषित कर दिया गया है, लेकिन इसमें 86 बस्तियां एवं आम जनता का क्या स्थिति रहेगी इसका अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है। इसलिए सरकार और प्रबंधन पहले इन बिंदुओं पर स्थिति स्पष्ट करें। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अजय राय ने कहा कि मैं बहुत दिनों से श्रमिक हित में काम कर रहा हूं अभी नई यूनियन का गठन हुआ है इसमें भी तन मन धन से काम करेंगे और यूनियन के संयोजक अरविंद सिंह का हाथ मजबूत करेंगे।
मजदूरों के हक को बेदखल कर दिया है
बीएमएस के नेता केश्वर मिश्रा ने कहा आज केंद्र सरकार ने श्रम कानूनों में परिवर्तन कर मजदूरों के हक को बेदखल कर दिया है। आज उनके हित में कोई कानून नहीं हैं। आज जरूरत इस बात की है कि एक मजदूर नेता के नेतृत्व में कॉमन मिनिमम एजेंडा बने जिसपर आगे का आंदोलन हो। ठेका प्रथा पूरी तरह समाप्त हो। किसान मजदूर के नेता औऱ प्रधानमंत्री किसान मित्र पुरस्कार से पुरस्कृत सोखेन हेम्ब्रम ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह 21वीं सदी चल रही है लेकिन आज भी किसान मजदूरों की स्थिति 19वीं सदी वाली है। झारखंड अलग हुए 23 वर्ष बीत गए हैं लेकिन किसान मजदूरों की स्थिति अच्छी नहीं है। पहले यहां बाहर के लोग रोजी रोटी के लिये आते थे आज यहां का आदिवासी मूलवासी को रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। स्थिति अच्छी नहीं है। मजदूरों का शोषण हो रहा है।
श्रम कानून का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन
भक्तों ने कहा कि आदित्यपूर औद्योगिक क्षेत्र में श्रम कानून का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन हो रहा है। जरूरत है मजदूरों की एकजुटता की। गोष्ठी में अन्य वक्ताओं ने विषय वस्तु के साथ असंगठित मजदूरों के साथ स्थायी मजदूरों की समस्याओं पर चर्चा की। जिसमें मुख्य रूप से न्यूनतम मजदूरी, ईएसआई, पीएफ की सुविधाएं नहीं मिलने पर चिंता जताई गई. आमसभा में सैंकड़ों की संख्या में मजदूर भाई शामिल हुए। मजदूर हाथों में प्रबंधन की शोषण के विरुद्ध लिखी गई नारों की तख्तियां लेकर पहुंचे थे।
वक्ताओं ने कहा कि इतनी बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों का संगठन और भवन है लेकिन श्रमिक भवन नहीं है।जिले के श्रम अधीक्षक, कंपनी निरीक्षक सभी हैं लेकिन वे श्रमिको के लिए काम नहीं करते हैं। आज मजदूरों का नेता लेबर सप्लायर बना हुआ है वो क्या उनकी हित की बात करेंगे। आज मजदूरों की हक की बात करने के लिए ही गोष्ठी का आयोजन हुआ है। आज जरूरत है एक सख्त मजदूर यूनियन की जिसके नेता मजदूरों का नेता हो। उनकी हित की बात करें। कार्यक्रम का संचालन बसंत कुमार और धन्यवाद ज्ञापन रामू मुर्मू ने किया। संगोष्ठी को जगदीश नारायण चौबे,हनी सिंह मुंडा, शैलेश पांडे,अंबुज कुमार पांडे और चंदन सिंह ने संबोधित किया। इस मौके पर मुख्य रूप से टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व नेता भगवान सिंह, वीरेंद्र सिंह, शंकर सिंह, विजय सिंह, बाबा मिश्रा और संजय सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित थे।